26/ 9 /24 "विषय थोड़ा संस्कार बेटे को भी दें" थोड़ा संस्कार बेटे को भी दें पितृ ऋण के अंतर्गत "पुत्र ऋण "भी आता है क्योंकि पित्र ऋण तभी पूरा होता है जब आप संतान उत्पन्न करते हैं संतान को संस्कार देना आपका अर्थात माता-पिता का दायित्व बनता है पुत्री को माता और पुत्र को पिता संस्कार देते हैं संस्कार देने से परिवार सुशिक्षित ,संस्कारवान बनते हैं आगे भी पीढ़ी दर पीढ़ी संस्कार आगे बढ़ते रहते जी हां थोड़ा संस्कार बेटे को भी दें अनिल कुमार सोनी
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